RJD नेता श्वेता सुमन का नामांकन रद्द, कहा बीजेपी के दबाव में लिया गया है फैसला
मोहनिया वि. स. सीट की आरजेडी उम्मीदवार श्वेता सुमन के नामांकन रद्द करने के पीछे का कारण श्वेता का स्थायी पता उनके द्वारा गलत भरा जाना बताया जा रहा है. श्वेता का आरोप है कि उनका नामांकन रद्द बीजेपी के दबाव में आकर किया गया है और अब वह अदालत जाने की बात कर रही हैं.

बिहार चुनाव अपडेट : आरजेडी की नेता श्वेता सुमन का नामांकन रद्द होना एक तरह से आरजेडी की हार की तरह देखा जा रहा है. उन्होंने प्रेस-वार्ता के दौरान बीजेपी पर आरोप लगाया और फूट-फूटकर रोने लगी. बता दें कि श्वेता ने मोहनिया सीट से नामांकन दाखिल किया था.
उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके नामांकन रद्द होने के पीछे बीजेपी और उनके नेतृत्वकर्ताओं का हाथ है. उनके द्वारा आरओ और सीओ पर दबाव बनाया जा रहा था. जिसके बाद उनका नामांकन रद्द कर दिया गया.
अदालत का रुख करेंगी श्वेता सुमन
श्वेता ने कहा कि इस फैसले को चुनौती देने की खातिर वह जरूर अदालत का दरवाजा खटखटाएंगी. उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार संगीता का भी जिक्र करते हुए कहा कि - चूंकि वह बीजेपी की प्रत्याशी हैं इसलिए उन्हें सर्टिफिकेट जमा करने की अंतिम तिथि में भी छूट दी गई.
क्यों की बीजेपी ने शिकायत और किया गया श्वेता का नामांकन रद्द
दरअसल, भाजपा ने आरजेडी उम्मीदवार श्वेता सुमन के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी. भाजपा का आरोप है कि श्वेता सुमन ने 2020 के विधानसभा चुनाव में अपने नामांकन पत्र में स्थायी पता उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले का बताया था. लेकिन 2025 के इस चुनाव में उन्होंने खुद को बिहार की निवासी बताते हुए नामांकन दाखिल किया है. भाजपा नेताओं का कहना है कि दो अलग-अलग चुनावों में अलग पता बताना गलत जानकारी देना है, जो चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है. इसलिए उनके नामांकन को रद्द करने की मांग की गई थी.
कौन हैं बीजेपी प्रत्याशी संगीता कुमारी?
बता दें कि संगीता कुमारी ने आरजेडी की तरफ से ही 2020 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी. जिन्होंने पाला बदलकर आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी का दामन थाम लिया है.









