इंसानियत शर्मसार: नाम बताना बन गया फेरीवाले के लिए काल, जिंदा नोच डाला.. ले ली जान
बिहार के नवादा से एक मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. जहां एक फेरीवाले का नाम बताना उसके जीवन का अंत साबित हो गया. धर्म आधारित कट्टरता का इस प्रकार हावी हो जाना कहां तक उचित है, जिसके कारण एक इंसान की जान ले ली जाए?

BIHAR (NAWADA): नवादा जिले के रोह थाना क्षेत्र अंतर्गत भट्ठा गांव में मानवता को शर्मसार कर देने वाली मॉब लिंचिंग की दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. कपड़ा फेरी कर जीवनयापन करने वाले एक व्यक्ति को नाम पूछने के बाद भीड़ ने बेरहमी से पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया. गंभीर रूप से घायल अवस्था में इलाज के दौरान शुक्रवार की रात पावापुरी स्थित विम्स अस्पताल में उसकी मौत हो गई.
मृतक की पहचान बिहारशरीफ के लहेरी थाना क्षेत्र स्थित गगंदीवान मोहल्ला निवासी स्वर्गीय मोहम्मद आलम के 40 वर्षीय पुत्र मोहम्मद अतहर हुसैन के रूप में हुई है. नवादा पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए बिहारशरीफ मॉडल अस्पताल भेज दिया है.
मदद मांगी.. नाम बताया.. ले ली गई जान
मृतक के भाई मोहम्मद शाकिब ने बताया कि अतहर हुसैन पिछले तीन वर्षों से नवादा जिले के मरुई गांव में ससुराल में रहकर साइकिल से कपड़ा बेचने का काम करते थे. 5 दिसंबर की शाम भट्ठा गांव के पास उनकी साइकिल पंचर हो गई थी. सड़क किनारे अलाव ताप रहे कुछ लोगों से उन्होंने पंचर दुकान का पता पूछा. इसी दौरान लोगों ने उनका नाम पूछा. जैसे ही उन्होंने अपना नाम मोहम्मद अतहर हुसैन बताया, मौजूद लोगों ने अचानक हमला कर दिया.
प्लास से काट दिया कान
आरोप है कि भीड़ ने जलती लकड़ी से उनके शरीर पर वार किया, प्लास से कान काट दिया, हाथ तोड़ दिया और बेरहमी से पीटकर अधमरा कर दिया. सूचना मिलने पर रोह थाना पुलिस मौके पर पहुंची और गंभीर हालत में उन्हें नवादा सदर अस्पताल ले जाया गया. प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए नालंदा जिला के विम्स अस्पताल, पावापुरी रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
इस संबंध में रोह थानाध्यक्ष रंजन कुमार ने बताया कि मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. घटना की गहन जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.









