महापर्व छठ में डूबने से दो बच्चों की मौत, शव ढूंढने खुद नदी में घुसे भरकट्टा ओपी प्रभारी
छठ पर्व के दौरान गिरिडीह में दो बच्चों की नदी और तालाब में डूबने से दर्दनाक मौत हो गई है. मामला अलग-अलग थाना क्षेत्र का है जहां एक बच्चे की मौत नहीं में नहाने के दौरान नदी में डूबने से जबकि एक अन्य बच्चे की मौत आज उदीयमान सूर्य अर्घ्य देने के दौरान तालाब में डूबने से हो गई है.

Giridih: महापर्व छठ के उत्साह के बीच गिरिडीह जिले से एक बुरी खबर सामने आई है. दरअसल, तालाब में डूबने से दो बच्चों की मौत हो गई है. मामला दो अलग-अलग थाना इलाके का है. जिसमें पहला मामला बिरनी के भरकट्टा ओपी के बाराडीह का है जहां बराकर नदी में डूबने से 7 साल के दीपक तुरी, पिता- भरत तुरी की मौत हो गई है. जानकारी के अनुसार, मृतक दीपक तुरी बाराडीह गांव का रहने वाला था. वह सोमवार की रात अपने दोस्तों के साथ नहाने के लिए नदी गया था लेकिन इस दौरान वह गहने पानी में चला गया और डूब गया. 
नदी में घुसकर ओपी प्रभारी खुद ढूंढने लगे शव
इधर मामले की जानकारी के बाद भरकट्टा ओपी प्रभारी अमन सिंह मौके पर पहुंचे और इस दौरान उन्होंने मौके पर मौजूद लोगों से मामले में पूछताछ की और इसके बाद वे खुद नदी में घुसकर दीपक के शव को खोजने में जुट गए. उन्होंने काफी देर तक बच्चे को शव को खोजने का प्रयास किया लेकिन इसका कहीं पता नहीं चला. इस दौरान उन्होंने लोगों से मंगलवार सुबह गोताखोरों की मदद से बच्चे के शव को खोजने का भरोसा दिया.
छठ पर्व में शामिल होने जमुआ से नाना घर आया था आयुष
वहीं, दूसरा मामला जिले के पचम्बा थाना इलाके का है जहां आज मंगलवार (28 अक्तूबर 2025) की सुबह लौहपिट्टी के लछो तालाब में एक अन्य बच्चे की तालाब में डूबने से मौत हो गई. मृतक की पहचान जमुआ के मिर्जापुर निवासी आयुष साहू (12 वर्ष), पिता धूमड़ी साहु के बेटे के रुप में की गई है. बताया जा रहा है कि वह महापर्व छठ पर्व में शामिल होने के लिए अपने नाना के घर लौहपिट्टी आया हुआ था.
जानकारी के अनुसार, महापर्व छठ के अंतिम दिन आयुष अपने नाना के परिवार वालों के साथ उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए तालाब में उतरा था लेकिन इस बीच वह गहरे पानी की ओर चला गया और डूबने लगा. हालांकि, इस दौरान परिजनों ने उसे किसी तरह तालाब से बाहर निकाला और उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. परिजनों के अनुसार, तालाब से बाहर निकाले जाने के बाद आयुष की सांसे चल रही थी.
रिपोर्ट- मनोज कुमार पिंटू / सदानंद बरनवाल









