गोड्डा में गरीबों की रोजी पर डाका ! मनरेगा घोटाले में मुखिया मुन्ना पासवान निलंबित
गोड्डा में सीमानपुर पंचायत के मुखिया के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया गया है. दरअसल, मनरेगा योजना के नाम पर फर्जीवाड़ा और अवैध निकासी के गंभीर आरोप के बाद मुखिया को सस्पेंड कर दिया गया है. इसे लेकर राज्य सरकार के पंचायती राज विभाग की तरफ से नोटिफिकेशन भी जारी किया गया है.

Jharkhand (Godda): जिले के मेहरमा प्रखंड अंतर्गत सीमानपुर पंचायत से मनरेगा योजना को शर्मसार करने वाला बड़ा घोटाला सामने आया है. पंचायत के मुखिया मुन्ना पासवान पर नाबालिग बच्चों के नाम पर फर्जी जॉब कार्ड बनाकर सरकारी राशि की अवैध निकासी कराने का गंभीर आरोप लगा है. वहीं, जांच में आरोप प्रथम दृष्टया सही पाए जाने के बाद प्रशासन ने कड़ा एक्शन लिया है.
मामले में पंचायती राज विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मुखिया को पद से निलंबित कर दिया है अपनी सारी शक्तियां उपमुखियां को सौंपने का आदेश जारी किया है, इसे लेकर विभाग की तरफ से नोटिफिकेशन भी जारी किया गया है.
बताया जा रहा है कि शिकायत के बाद इस घोटाले को लेकर राज खुला है इस पूरे मामले को लेकर पंचायत के ही कुंदन पासवान ने लगातार जिला और प्रखंड कार्यालयों में लिखित शिकायतें दी थीं. शिकायतों को नजरअंदाज नहीं किया गया बल्कि संज्ञान में लिया गया और जब जांच हुई तो मनरेगा में बड़े फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हो गया.
जांच रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा सामने आया. जिसमें नाबालिग बच्चों के नाम पर फर्जी जॉब कार्ड बनाए गए और बिना काम कराए फर्जी हाजिरी दिखाकर पैसे निकाले गए. आधार विवरण और जन्मतिथि में हेरफेर के सबूत भी मिले है यानी कागजों पर मजदूरी, और जमीन पर घोटाला ! 
वहीं इस मामले की गंभीरता को देखते हुए झारखंड पंचायत राज अधिनियम 2001 की धारा-30 के तहत आरोपी मुखिया मुन्ना पासवान निलंबित कर दिए गए है मनरेगा गरीबों की रोजी-रोटी है, उसमें घोटाला मतलब सीधे पेट पर लात मारना है.
रिपोर्ट- प्रिंस यादव









