छिंदवाड़ा में किडनी फेलियर से बच्चों की मौत सामने आया नया अपडेट
मामले में अब एक बड़ा खुलासा हुआ है, दरअसल, नागपुर से जो बायोप्सी रिपोर्ट सामने आई है उसके मुताबिक, मृत बच्चों की किडनी में टॉक्सिन-प्रेरित इंजरी मिली है हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि दूषित कफ सिरप के कारण ही यह समस्या उत्पन्न हुई होगी

Naxatra News Hindi
Ranchi Desk:मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के परासिया में अचानक 6 बच्चों की मौत से इलाके में हड़कंप मच गया है. बता दें, पिछले 23 दिनों में एक रहस्यमयी बीमारी ने 6 बच्चों की जान ले ली है जबकि एक दर्जन से अधिक बच्चे अब भी हॉस्पिटल में एडमिट है. इन सभी बच्चों के मौत की वजह किडनी फेलियर बताया जा रहा है. इस मामले के सामने आने के बाद अब भोपाल स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड पर हैं. विभाग ने बच्चों के दो कफ सिरप कोल्ड्रिफ (Coldrif) और नेक्सट्रॉस डीएस (Nextro-DS) बेचने पर प्रतिबंध लगा दिया है.
इधर इस मामले में अब एक बड़ा खुलासा हुआ है, दरअसल, नागपुर से जो बायोप्सी रिपोर्ट सामने आई है उसके मुताबिक, मृत बच्चों की किडनी में टॉक्सिन-प्रेरित इंजरी मिली है हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि दूषित कफ सिरप के कारण ही यह समस्या उत्पन्न हुई होगी. किडनी फेलियर से बच्चों की मौत मामले में रोग विशेषज्ञ डॉ. पवन नंदुरकर ने बताया कि नागपुर से मृत बच्चों की किडनी की बायोप्सी रिपोर्ट शेयर हुई है उसमें सामने आया है कि कोई टाक्सिन मीडियट किडनी को इंजरी हो रही है. प्रभावित बच्चों में कोल्ड रिफ कफ सीरप कॉमन है. यानी मृत बच्चों की जांच में एक ही तरह के कफ सीरप का इस्तेमाल सामने आया है.
पुरानी रिसर्च में पाया गया है कि ये कफ सीरप, पैरासिटामोल सिरप या कोल्ड सीरप बनती है तो डाय ईथलीन ग्लाइकोल कंटेमेनेशन बनने की संभावना रहती है. जो कि सिनारियो उसी तरफ जा रहे है, हमारा पहला हाइपोथेसिस है कि हो सकता है कि कोई कंटमनीटेड सीरप है जो सभी बच्चों में कॉमन मिली है. इसमें कंटमिनेशन की संभावना है.
डाय ईथलीन ग्लाइकोल कंटमिनेशन हुआ होगा और किडनी इंजुरी हुई होगी. इसलिए जिला प्रशासन ने सस्पेक्टेड पैरासिटामॉल और क्लोरोफ़ीनामाइन के कफ सीरप बेचने पर पाबंदी लगा दी गई है. जिला प्रशासन ने डॉक्टर और अभिभावकों के लिए एडवाइजरी जारी की है. अब तक जिले कुल 15 केस सामने आए है. आज भी एक बच्चे को नागपुर रेफर किया गया है. जिनमें 6 बच्चों की मृत्यु हो गई है. जबकि 4 गंभीर बच्चों का नागपुर में उपचार चल रहा है.
किडनी फेल होने से इन बच्चों की हुई मौत







