GIRIDIH: नगर विकास मंत्री ने किया JC Bose की प्रतिमा का अनावरण, कहा यह बेहद गौरवपूर्ण क्षण
महान भारतीय वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बसु का गिरिडीह से संबंध बेहद गौरवपूर्ण बात है. इनके जीवन परिचय को छात्रों की शिक्षा व्यवस्था में बाहतर ढंग से उतारा जा सके इस मंशा के साथ गिरिडीह के एक स्कूल में इनकी प्रतिमा का अनावरण किया गया. साथ ही एक पार्क का नाम भी इनके नाम पर रखा गया.

JHARKHAND (GIRIDIH): गिरिडीह के सर जगदीश चंद्र बसु (JC Bose) सीएम एक्सीलेंस स्कूल में सोमवार को नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने महान वैज्ञानिक सर जेसी बोस पार्क और प्रतिमा का उदघाटन किया. नगर विकास मंत्री ने इस दौरान अपने संबोधन में कहा कि विद्यार्थियों को सर जेसी बोस की जीवनी से अवगत कराना बेहद महत्वपूर्ण व आवश्यक भी है.
उन्होंने कहा कि जेसी बोस जैसे महान वैज्ञानिक का संबंध झारखंड से है, वो भी गिरिडीह के विद्यार्थियों के लिए यह और भी गर्व की बात है. साथ ही वे इनके जीवन परिचय को जानकर जीवन में शिखर तक पहुंचने की प्रेरणा प्राप्त कर सकते हैं. उन्होंने इस उद्घाटन समारोह को बेहद गौरवपूर्ण क्षण बताया.
महान वैज्ञानिक की उपलब्धियों पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि सर जेसी बोस ने पौधों में जीवन के खोज संबंधी विज्ञान के क्षेत्र में बेहद अहम योगदान दिया था. ऐसे में उनके बारे में पढ़ना व जानना अति महत्वपूर्ण है. इधर उदघाटन समारोह में डीईओ वसीम अहमद के साथ स्कूल के प्रिंसिपल मुन्ना कुशवाहा और रंजीत यादव समेत बड़ी संख्या में विद्यार्थियों की मौजूदगी थी.

जगदीश चंद्र बोस का संक्षिप्त जीवन परिचय
भारत के महान वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बसु का जन्म 30 नवंबर 1858 को बंगाल में हुआ था. इनकी माता बामा सुंदरी बोस और पिता भगवान चंद्र थे. वह एक प्लांट फिजियोलॉजिस्ट और भौतिक विज्ञानी थे, जिन्होंने पौधों की वृद्धि को मापने के लिये एक उपकरण क्रेस्कोग्राफ का आविष्कार किया था. उन्होंने पहली बार यह प्रदर्शित किया कि पौधों में भावनाएं होती हैं.
मृत्यु
उनका निधन 23 नवंबर 1937 को गिरिडीह तत्कालीन बिहार में हुआ था.
रिपोर्ट: मनोज कुमार पिंटू









