कुछ महीनों की राहत.. फिर वही हाल, हिरणपुर बाजार में लौट आया अतिक्रमण
कुछ महीने पहले प्रशासन द्वारा चलाए गए अतिक्रमण हटाओ अभियान से बाजार की सड़कों को बड़ी राहत मिली थी और यातायात व्यवस्था काफी हद तक सामान्य हो गई थी. दुकानदारों द्वारा सड़कों पर कब्जा किए जाने के कारण ऑटो, रिक्शा और टोटो चालकों ने भी अपने वाहन सड़क पर ही खड़े करने शुरू कर दिए हैं. वही पुरानी तस्वीर दोबारा सामने आने लगी है.

JHARKHAND (PAKUR): हिरणपुर बाजार में एक बार फिर अतिक्रमण की समस्या गंभीर रूप लेती जा रही है. कुछ महीने पहले प्रशासन द्वारा चलाए गए अतिक्रमण हटाओ अभियान से बाजार की सड़कों को बड़ी राहत मिली थी और यातायात व्यवस्था काफी हद तक सामान्य हो गई थी. लेकिन समय बीतते ही वही पुरानी तस्वीर दोबारा सामने आने लगी है.
सड़क किनारे दुकानों की अवैध जमावट फिर से शुरू हो गई है. दुकानदारों द्वारा सड़कों पर कब्जा किए जाने के कारण ऑटो, रिक्शा और टोटो चालकों ने भी अपने वाहन सड़क पर ही खड़े करने शुरू कर दिए हैं. इसका सीधा असर बाजार क्षेत्र और मुख्य मार्गों पर पड़ रहा है, जहां दिनभर जाम की स्थिति बनी रहती है.
जाम के चलते राहगीरों, आम नागरिकों और वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. खासकर सुबह और शाम के व्यस्त समय में हालात और भी बदतर हो जाते हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन की कार्रवाई के बाद बाजार में काफी सुधार आया था, लेकिन नियमित निगरानी और सख्ती के अभाव में अतिक्रमण दोबारा पनप गया है.
हालांकि हिरणपुर थाना प्रभारी विनय कुमार ने विधि-व्यवस्था को संधारित करते हुए मौके पर ट्रैफिक व्यवस्था को फिलहाल दुरुस्त कराया है, जिससे अस्थायी रूप से जाम से राहत जरूर मिली है. लेकिन सवाल अब भी बना हुआ है कि जब तक अतिक्रमण पर स्थायी और ठोस कार्रवाई नहीं होगी, तब तक यह समस्या बार-बार क्यों नहीं लौटेगी?
अब बड़ा सवाल यह है कि क्या प्रशासन केवल अस्थायी व्यवस्था तक सीमित रहेगा या अतिक्रमण के खिलाफ स्थायी समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाएगा. स्थानीय लोगों ने नियमित निगरानी और सख्त कार्रवाई की मांग की है, ताकि हिरणपुर बाजार को जाम और अव्यवस्था से स्थायी राहत मिल सके.
रिपोर्ट: नंद किशोर मंडल









