Kamal kumar / Naxatra News Hindi
Ranchi Desk: झारखंड में साइबर क्रिमिनल लगातार लोगों को कंगाल कर रहे हैं. राजधानी रांची में भी महज कुछ दिनों में साइबर अपराधियों ने करीब 20 लाख रूपए से अधिक की साइबर ठगी कर ली. हालांकि पुलिस मानती है कि साइबर क्रिमिनल्स को पकड़ने में ब्रह्मास्त्र के रूप में प्रतिबिंब पोर्टल काम कर रही है. पढ़िए ये खास रिपोर्ट...
जानें, कब और किनसे हुई लाखों की ठगी
आपको बता दें, राजधानी रांची में फर्जी वेबसाइट, वर्क फ्रॉम होम और हेल्पलाइन नंबर जैसे हथकंडों से साइबर अपराधी बडे ही शातिराना अंदाज में ठगी को अंजाम दे रहे हैं. पिछले कुछ ही दिनों में साइबर ठगों ने करीब 20 लाख रुपए की साइबर ठगी की है. इसमें सॉफ्टवेयर इंजीनियर से 13 लाख रूपये की ठगी, एक महिला के यूपीआई से 3.53 लाख और चार मामलों में एटीएम कार्ड फंसाकर 2 लाख से अधिक की ठगी हुई है.
1 फरवरी 2025- पॉलिसी क्लेम की राशि को बढ़ाने का प्रलोभन दिया गया था, इसके एवज करीब 15,45,900 रूपये की साइबर ठगी हुई थी इस मामले में पश्चिम बंगाल के कोलकाता से साइबर ठग सैकत दास को गिरफ्तार किया गया.
6 मार्च 2025- सीमेंट और छड़ कंपनी के नाम पर 20,16420 रुपए की ठगी हुई. इस मामले में बिहार के नालंदा जिले से साइबर ठग जीतू कुमार को गिरफ्तार किया गया.
22 मई 2025- सीबीआई अधिकारी बताकर मनी लांड्रिंग के फर्जी केस में फंसाने की धमकी देखकर डिजिटल अरेस्ट करने की ठगी. इसके तहत 59,44307 रुपए की ठगी की गई. मामले में बिहार के पटना से साइबर ठग अजय कुमार सिन्हा और सौरभ शेखर को गिरफ्तार किया गया.
30 मई 2025- ईडी अधिकारी बताकर मनी लांड्रिंग के फर्जी केस में फंसाने की धमकी देखकर डिजिटल अरेस्ट किया, इसमें 1,39,7000 करोड़ रुपए की ठगी की गई थी जिसमें कार्रवाई करते हुए साइबर ठग इशाक अहमद और कुन्नापल्ली सुब्रमण्या शर्मा को तेलंगाना से जबकि मिजोरम से लालदुसंगा को गिरफ्तार किया गया.
16 जून 2025- निवेश राशि को 10 गुणा करने के नाम पर 1,53,83,118 करोड़ की ठगी, साइबर ठग मो आसिफ को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया.
20 जून 2025- ईडी अधिकारी बताकर मनी लांड्रिंग के फर्जी केस में फंसाने की धमकी देखकर डिजिटल अरेस्ट किया, जिसमें 1,39,7000 करोड़ रुपए की ठगी हुई. साइबर ठग सुभाष चंद्र उर्फ सुभाष शर्मा को हिमाचल से गिरफ्तार किया गया. इसी मामले में पहले भी इशाक अहमद और कुन्नापल्ली सुब्रमण्या शर्मा को तेलंगाना से जबकि लालदुसंगा को मिजोरम से गिरफ्तार किया गया था.
साइबर क्राइम पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती- रांची जोनल आईजी
इधर, साइबर क्राइम को लेकर रांची जोनल आईजी मनोज कौशिक ने कहा कि राज्य में लगातार हो रही साइबर क्राइम पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती है. हालांकि उसके खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने बताया कि इंडिया लेवल पर साइबर क्रिमिनल्स के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है और इसपर सफलता भी मिल रही है. उन्होंने कहा कि क्रिमिनल्स को जल्द से जल्द पकड़ना पुलिस की प्राथमिकता है. इसके साथ-साथ रिकवरी ऑफ मनी सबसे अहम है. जिस पर काम किया जा रहा है. इस कार्रवाई में दूसरे एजेंसी का भी सहारा लिया जा रहा है. जो ठगी के रुपए वापस करने में मददगार साबित होंगे.
आपको बता दें, पिछले कुछ दिनों पहले रांची रेंज के जोनल आईजी ने जिले के डीआईजी सह एसएसपी समेत सभी एसपी और डीएसपी के साथ हाई लेवल मीटिंग कर साइबर क्राइम के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे. जिसमें सबसे महत्वपूर्ण ठगी के पैसों के रिकवरी पर फोकस करना है.