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Ranchi Desk: रोम कैथेलिक चर्च के शीर्ष धर्मगुरु पोप फ्रांसिस का आज अंतिम संस्कार होगा. उन्हें पूरे धार्मिक अनुष्ठान के साथ उनके खुद की इच्छा के अनुसार, सेंट मारिया मैगियोर बेसिलिका में स्थित समाधि स्थल में दफनाया जाएगा. बता दें, पोप फ्रांसिस के निधन से विश्वभर के रोमन कैथोलिक क्रिश्चियन के बीच गम का माहौल है. दफन क्रिया के पूर्व उन्हें श्रद्धांजिल देने के लिए विश्वभर से लोग वेटिकन सिटी पहुंचे.
विश्वभर से पोप को श्रद्धांजलि देने पहुंच रहे लोग
इधर, भारत से पोप फ्रांसिस के राजकीय अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी शुक्रवार (25 अप्रैल 2025) को वेटिकन सिटी पहुंची जहां उन्होंने पोप फ्रांसिस को श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके साथ ही सेंट पीटर्स स्क्वायर में पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार के लिए दुनियाभर के नेता और शाही परिवार के सदस्य पहुंच रहे हैं.
वेटिकन के प्रोटोकॉल के मुताबिक, विदेशी गणमान्यों को उनके देश के फ्रेंच नाम के वर्णमाला क्रम में बिठाया जाएगा. अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी को उनके देशों की विशेष स्थिति के कारण सामने अलग स्थान दिए गए हैं. माइली, जो पोप के गृह देश अर्जेंटीना से हैं और मेलोनी, जिनका देश वेटिकन को घेरे हुए है उन्हें भी प्राथमिकता दी गई है. पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार में लाखों शोकाकुल लोग स्क्वायर में उपस्थित हैं.
ट्रंप भी पहुंचे पोप को श्रद्धांजलि देने
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी पत्नी मेलानिया के साथ पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार में शामिल होने वेटिकन के सेंट पीटर्स स्क्वायर पहुंचे है. वे 50 से अधिक राष्ट्राध्यक्षों और गणमान्य व्यक्तियों में शामिल हुए हैं, जो पोप फ्रांसिस को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए वेटिकन पहुंचे हैं हैं. वेटिकन सिटी के स्थानीय समयानुसार सुबह 10:00 बजे अंतिम संस्कार मास डेढ़ घंटे तक चलेगा. जो शुरू हो गया है.
वेटिकन के मुताबिक पोप फ्रांसिस को अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए तीन दिनों के दौरा विश्वभर से करीब 2.5 लाख लोगों ने वेटिकन के सेंट पीटर बेसिलिका पहुंचकर उन्हें नमन किया. बता दें, सार्वजनिक दर्शन के लिए पोप फ्रांसिस के पार्थिव शरीर को सेंट पीटर बेसिलिका में रखा गया था. इससे पहले पोप फ्रांसिस के पार्थिव शरीर को एक सामान्य से लकड़ी के ताबूत पर लिटाया गया. और उन्हें संत पापा के पद की पारंपरिक वस्त्र पहनाए गए और हाथों में रोजरी का माला लपेटा गया था. उनका अंतिम संस्कार से पहले सार्वजनिक दर्शन आज शनिवार यानी 26 अप्रैल 2025 को खत्म हुई.
रोमन कैथोलिक चर्च के 266वें पोप थे संत पापा फ्रांसिस
बता दें, ईस्टर संडे के एक दिन बाद 21 अप्रैल 2025 (सोमवार) को स्थानीय समयानुसार करीब 7:30 बजे पोप फ्रांसिस (88 वर्ष) ने वेटिकन के कासा सांता मार्टा में अंतिम सांस ली थी. वे पिछले लंबे समय से अस्वस्थ्य थे. काफी लंबे अंतराल के बाद वे ईस्टर संडे को जनता के समक्ष आए थे. उनका जन्म अर्जेंटीना के ब्यूनस आर्यस में ‘जॉर्ज मारियो बर्गोग्लियो’ के रुप में हुआ था. वे 1969 में जेसुइट फादर (पादरी) के रुप में नियुक्त किए गए थे. वे जेसुइट ऑर्डर से पोप पहले पहले व्यक्ति थे.
संत पापा फ्रांसिस रोमन कैथोलिक चर्च के 266वें पोप थे अपने कार्यकाल में उन्होंने वैश्विक स्तर पर शांति, प्रेम, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक न्याय की आवाज़ बुलंद की. पोप फ्रांसिस 13 मार्च2013 को पोप बेनेडिक्ट 16वें के इस्तीफे के बाद आयोजित पोप सम्मेलन में कार्डिनल बर्गोग्लियो को नया पोप चुना गया. इसके बाद सेंट फ्रांसिस ऑफ असीसी को सम्मान देते हुए उन्होंने ‘फ्रांसिस’ नाम को अपनाया.
14 दिनों का मनाया जाएगा शोक, इसके बाद होगा नए पोप का चुनाव
आपको बता दें, पोप फ्रांसिस के निधन के बाद आधिकारिक रूप से 14 दिनों का शोक मनाया जाएगा. इसके बाद कार्डिनल, सम्मेलन में नए पोप के चयन के लिए चुनाव की प्रक्रिया शुरू करेंगे. पोप फ्रांसिस के निधन के बाद कुछ प्रमुख कार्डिनल के नाम चर्चों में हैं जो अगले पोप बन सकते हैं इनमें कार्डिनल मैटेओ जुप्पी, कार्डिनल लुइस एंटोनियो टैगले और कार्डिनल पीटर टर्कसन के नाम शामिल हैं.