Naxatra News Hindi
Ranchi Desk: आज गुरुवार (8 मई 2025) को पुलिस मुख्यालय सभागार में झारखंड DGP अनुराग कुमार गुप्ता ने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू) के प्रमुखों / प्रतिनिधियों के साथ विधि-व्यवस्था, अपराध एवं अन्य समस्याओं के संबंध में समीक्षा बैठक की. इस दौरान बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक अभियान डॉ संजय आनंदराव लाठकर, पुलिस महानिरीक्षक अभियान अमोल विनुकांत होमकर, पुलिस उप-महानिरीक्षक सह एसआईबी चंदन कुमार झा, पुलिस अधीक्षक अभियान अमीत रेणु जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एचईसी, रांची/सीसीएल, रांची / बीसीसीएल, धनबाद/ईसीएल, धनबाद/मेकॉन, रांची / एचसीएल, जमशेदपुर /यूसीआईएल, जमशेदपुर / पावर ग्रीड कॉरपोरेशन ऑफ इण्डिया लि., सरायकेला /हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि., सरायकेला / हिंडाल्को, गुमला / एनटीपीसी, हजारीबाग / डीभीसी, बोकारो / सीसीएल, गिरिडीह/बोकारो स्टील प्लांट, बोकारो /पीभीयूएनएल, रामगढ़ के वरीय पदाधिकारी एवं प्रक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक, रांची /बोकारो, क्षेत्रीय पुलिस उप-महा निरीक्षक, चाईबासा / बोकारो / हजारीबाग, वरीय पुलिस अधीक्षक, धनबाद, पुलिस अधीक्षक, सरायकेला / गुमला / हजारीबाग / बोकारो / गिरिडीह / रामगढ़ तथा पुलिस अधीक्षक ग्रामीण रांची / जमशेदपुर उपस्थित रहें.
बैठक के दौरान DGP अनुराग कुमार गुप्ता ने राज्य के सभी जिलों में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू) के परिचालन क्षेत्र के संबंध में कानून व्यवस्था की स्थिति, सुरक्षा संबंधी मुल्यांकन यथा-वामपंथी उग्रवाद / संगठित आपराधिक गिरोहों की गतिविधियां / जबरन वसुली संबंधी गतिविधियां / धमकी वाले कॉल आदि से संबंधित दर्ज कांडों के संबंध में चर्चा की. उन्होंने सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देश देते हुए कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू) से संबंधित सभी वाम-पंथी उग्रवाद / संगठित अपराध/ रंगदारी / धमकी वाले कॉल / अवैध धरणा-प्रदर्शन एवं अन्य संवेदनशील मामलों में उचित धारा में निश्चित रूप से कांड दर्ज किया जाए. उक्त संदर्भ में सभी पुलिस अधीक्षक, थाना प्रभारी एवं अपने क्षेत्राधिकार के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम से संबंधित कर्मी के साथ नियमित रूप से माह में एक बार अवश्य बैठक करेंगे और आवश्यकतानुसार संपर्क में रहेंगे तथा जांच में उनका सहयोग लेना सुनिश्चित करेंगे.
उन्होंने आगे कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम से संबंधित कर्मी एवं संबंधित पुलिस अधीक्षक खुफिया तंत्र की मजबूती पर विशेष बल देंगे एवं आवश्यकतानुसार पुलिस मुख्यालय को ससमय अवगत करायेंगे. संबंधित पुलिस अधीक्षक अपने क्षेत्राधिकार के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम के आवासीय कॉलोनी से जुड़े समस्याओं का समाधान कराना सुनिश्चित करेंगे. संबंधित पुलिस अधीक्षक वैसे असामयिक तत्व जो नशा आदि का सेवन कर सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम एवं उसके आस-पास के जगहों पर छोटे या बड़े अपराध को अंजाम देते हैं उन सभी पर विशेष रूप से निगरानी रखते हुए आवश्यकतानुसार कठोर कार्रवाई करने हेतु संबंधित थाना प्रभारी को निर्देशित करेंगे.
उन्होंने पीएसयू के पदाधिकारियों को सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम के परिचालन क्षेत्रों एवं उसके आस-पास ज्यादा से ज्यादा मात्रा में सीसीटीवी कैमरा, जीपीएस मॉनिटरींग सिस्टम, इलेक्ट्रोनिक्स सर्विलांस मैकेनिज्म आदि लगवाने हेतु सुझाव दिया. संबंधित पुलिस महानिरीक्षक / पुलिस उप-महानिरीक्षक अपने क्षेत्राधिकार में जाकर नियमित रूप से सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के कर्मियों के साथ संपर्क स्थापित करेंगे एवं सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों से संबंधित कांडों का पर्यवेक्षण करते हुए वांछित दिशा-निर्देश निर्गत करना सुनिश्चित करेंगे.