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Ranchi Desk: देश में जातिगत जनगणना का केंद्र सरकार ने ऐलान कर दिया है. सरकार के इस ऐलान के बाद सत्तापक्ष और विपक्ष में क्रेडिट वॉर छिड़ गया है. केंद्र सरकार के जातिगत जनगणना कराए जाने की घोषणा का आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और बिहार के पूर्व डिप्टी CM तेजस्वी यादव क्रेडिट लेने की होड़ में कूद पड़े हैं. इस बीच JDU ने नीतीश कुमार का एक वीडियो जारी किया है. यह वीडियो वर्षों पहले 25 अगस्त 1994 का है जब देश में कांग्रेस की सरकार थी. इस वीडियो में नीतीश यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि पूरे देश में किसी भी हालत में जातिगत जनगणना होनी ही चाहिए. यह बहुत जरूरी है क्योंकि लोगों को पता चलना ही है चलना चाहिए किसकी कितनी भागीदारी है.
वहीं इस वीडियों को जारी करते हुए JDU (जनता दल यूनाइटेड) ने राहुल गांधी, तेजस्वी यादव पर जमकर हमला किया है. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि अगस्त 1994 में नीतीश कुमार ने जातिगत जनगणना पर स्पष्ट रूप से अपनी राय स्पष्ट किया था. केंद्र में 2004 में किंग मेकर थे उनके बगैर केंद्र में सरकार नहीं चल सकती थी लालू जी आपने इस मुद्दे पर गंभीरता क्यों नहीं दिखाई. 1990 से 2005 तक बिहार में जाति सर्वे भी करा सकते थे लेकिन आपने जातिगत सर्वे नहीं कराया.
नीतीश कुमार ने इनकी गठबंधन की बैठक में इस मुद्दे को गंभीरता से मुंबई में उठाया, तो एक राज्य के मुख्यमंत्री ने इसका प्रतिकार किया. वहां भी राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस पार्टी खामोश रहीं. इसपर नीतीश कुमार ने गठबंधन से बाहर निकलने का फैसला किया. और संभावित तरीके से नीतीश कुमार ने जाति सर्वे NDA सरकार के समय करवाया आज उसी का नतीजा है कि देश के भीतर जातिगत जनगणना का फैसला हुआ. तो पीएम को धन्यवाद. 1994 से ये आवाज नीतीश कुमार ने सदन में उठाया था.