SAURAV SHUKLA / Naxatra News Hindi
Ranchi Desk: झारखंड में मानसून के दस्तक से पूर्व ही मलेरिया और डेंगू ने अपने पांव पसाना शुरू कर दिया है. बता दें, राज्य में इस वक्त डेंगू और मलेरियां के डराने वाले आंकड़े सामने आए हैं इस बीच राज्य में इन बीमारियों पर लगाम लगाई जाए इसे लेकर राज्य मलेरिया विभाग ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है. आपको बता दें, इस मौसम में मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया जैसी मच्छर जनित बीमारी (वेक्टर बोर्न डिजीज) का प्रसार बढ़ जाता है और कभी-कभी ये जानलेवा भी साबित होता है.
झारखंड में डेंगू और मलेरिया के आंकड़े
बरसात से पहले मलेरिया विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है. विभाग लगातार बुखार से पीड़ित और दुर्गम क्षेत्र के मरीजों का सर्वे कराने का काम कर रहा है. बता दें, झारखंड में वर्तमान समय में डेंगू के कुल 75 मामले सामने आए हैं जबकि मलेरिया से संक्रमित मरीजों की संख्या 2500 हैं.
राज्य मलेरिया VBD पदाधिकारी डॉ बीरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि मलेरिया, डेंगू एक जानलेवा बीमारी है जो संक्रमित मच्छर के काटने से होने वाले परजीवियों के कारण होती है. यह दुनिया के उन हिस्सों में सबसे आम है जो गर्म और आर्द्र हैं. मानसून के दस्तक से पूर्व झारखंड राज्य मलेरिया विभाग तैयारियों में जुट गया है. साफ पानी में पनपने वाले मच्छरों के लार्वा को नष्ट करने के लिए जिला स्तर पर इंसेक्टीसाइड(केमिकल, रसायन) की खरीदारी को लेकर टेंडर जारी किया गया है. ताकि मच्छर जनित बीमारियों पर लगाम लग सकें. स्वास्थ्य केंद्रों को भी निर्देश दिया गया है कि जहां भी बुखार के मरीज मिले उसकी मलेरिया जांच करें, इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करें.
आगे डॉ बीरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि पिछले साल जिस भी जिले में डेंगू के मरीज मिले हैं वहां पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है. कम्युनिटी वालंटियर की तैनाती की गई है. लार्वा सर्वे का काम किया जा रहा है. डेंगू का लार्वा मिलने पर नष्ट किया जा रहा है. डेंगू के लक्षण पाए जाने वाले मरीजों की जांच सुनिश्चित करते हुए इलाज किया जाएगा. उन्होंने कहा कि आंकड़ों की जानकारी दी गई है कि इस बार डेंगू और मलेरिया के कितने मरीज मिले हैं.
बहरहाल, मानसून दस्तक देने वाला है, ऐसे में अपने घरों के आसपास किसी भी ड्राम, कूलर, पुराने टायर, टंकी, में जलजमाव नहीं होने दें. नक्षत्र न्यूज़ आप सबसे अपील करता है कि अपने और परिवार के स्वास्थ्य का ख्याल रखें और रात को सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग जरूर करें.
मलेरिया के लक्षण
- मलेरिया एक गंभीर बीमारी है जो प्लास्मोडियम परजीवी से संक्रमित मच्छर के काटने से फैलती है.
- मलेरिया मौत का कारण भी बन सकती है.
- तेज बुखार, ठंड लगना, और शरीर में दर्द मलेरिया के लक्षण में शामिल हैं।
- मलेरिया से पीड़ित व्यक्ति को थकान और कमजोरी का अनुभव हो सकता है.
- उपचार के लिए एंटी-मलेरिया दवाएं शामिल हैं.
डेंगू के लक्षण
- बुखार आमतौर पर अचानक शुरू होता है और 104°F (40°C) तक पहुंच सकता है.
- सिरदर्द अक्सर गंभीर होता है और आंखों को हिलाने पर और बढ़ जाता है.
- दर्द आमतौर पर पूरे शरीर में होता है और खासकर पीठ, पैरों और जोड़ों में महसूस होता है.